हिन्दुस्तानी-साहित्य सेवार्थ एक शैशव-प्रयास
इस बात को लेकर दुखी है इन दिनों अन्तःकरण
उसकी बहुत अवहेलना करने लगा है आचरण
गम्भीरता संलग्नता प्रतिबद्धता जिनमें नहीं
वे आजकल आदर्श हैं, वे आजकल हैं उद्धरण