साहित्यम्
हिन्दुस्तानी-साहित्य सेवार्थ एक शैशव-प्रयास
Rahim
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
Rahim
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
रहीम के दोहे
रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून।
पानी गये न ऊबरे, मोती, मानुस, चून॥
अब रहीम मुसकिल परी, गाढ़े दोऊ काम।
साँचे से तो जग नहीं, झूठे मिलैं न राम॥
Read more »
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)