सुधि जनों!
वन्दे मातरम।
वक्रोक्ति और विरोधाभास अलंकारों पर कुछ जानकारी नीचे है। समस्या पूर्ती में प्राप्त दोहों में कहाँ कौन सा अलंकार है, खोजिए। कोइ शंका हो तो अवश्य पूछें।
वक्रोक्ति अलंकार-
जब किसी व्यक्ति के एक अर्थ में कहे गये शब्द या वाक्य का कोई दूसरा व्यक्ति जान-बूझकर दूसरा अर्थ कल्पित करे तब वक्रोक्ति अलंकार होता है। इस दूसरे अर्थ की कल्पना श्लेष या काकु द्वारा संभव होती है। वक्रोक्ति के 2 प्रकार 1. श्लेष वक्रोक्ति तथा 2. काकु वक्रोक्ति हैं।
वन्दे मातरम।
वक्रोक्ति और विरोधाभास अलंकारों पर कुछ जानकारी नीचे है। समस्या पूर्ती में प्राप्त दोहों में कहाँ कौन सा अलंकार है, खोजिए। कोइ शंका हो तो अवश्य पूछें।
वक्रोक्ति अलंकार-
जब किसी व्यक्ति के एक अर्थ में कहे गये शब्द या वाक्य का कोई दूसरा व्यक्ति जान-बूझकर दूसरा अर्थ कल्पित करे तब वक्रोक्ति अलंकार होता है। इस दूसरे अर्थ की कल्पना श्लेष या काकु द्वारा संभव होती है। वक्रोक्ति के 2 प्रकार 1. श्लेष वक्रोक्ति तथा 2. काकु वक्रोक्ति हैं।