होली पर कई सारे मित्रों ने संकेत दिया कि इस बार दोहा संकलन क्यूँ नहीं? कुछ तो मार्च की व्यस्तताएँ थीं और कुछ मैंने सोचा कि होली और दिवाली के दोहा संकलनों पर एक-एक बार काम हो ही चुका है; तो क्यूँ न इस बार किसी अन्य विषय को टच किया जाये। इस महीने की ग्यारहवीं तारीख़ यानि 11 अप्रेल 2013 गुरुवार को संवत्सर यानि गुढ़ी पड़वा यानि विक्रम संवत आधारित नव-वर्ष है। इस पोस्ट को अधिक बड़ी न बनाते हुये आप सभी से विनम्र निवेदन करता हूँ कि इस विशिष्ट तिथि के बारे में अपनी-अपनी जानकारियाँ
टिप्पणियों के माध्यम से हम सभी के साथ साझा करें तथा इस तिथि या विषय यानि नव-वर्ष को केंद्र में रख कर अपने कम से कम एक [1] अधिक से अधिक पाँच [5] दोहे navincchaturvedi@gmail.com पर आठ अप्रेल [8th April, 2013] यानि आगामी सोमवार तक भेजने की कृपा करें।
टिप्पणियों के माध्यम से हम सभी के साथ साझा करें तथा इस तिथि या विषय यानि नव-वर्ष को केंद्र में रख कर अपने कम से कम एक [1] अधिक से अधिक पाँच [5] दोहे navincchaturvedi@gmail.com पर आठ अप्रेल [8th April, 2013] यानि आगामी सोमवार तक भेजने की कृपा करें।
एक बार फिर से स्पष्ट कर दें दोहे नव-वर्ष को केंद्र में रख कर कहे जाने हैं। आप चाहें तो दोहे को सिर्फ़ नव-वर्ष विषय तक सीमित रख सकते हैं या चाहें तो उस में विक्रम संवत या गुढ़ी पड़वा या अन्य संबन्धित / संदर्भित विषयों का टच भी साथ-साथ दे सकते हैं। मेरे अनुसार इस तरह करना हम सभी की विशिष्ट शैलियों / अनुभवों को अन्य साथियों के समक्ष लायेगा। हाँ विशिष्ट संदर्भों के लिए एक छोटा सा राइट-अप भी साथ भेज देंगे तो अन्य साथियों को समझने में आसानी रहेगी।
विशेष विनम्र निवेदन - मंच आप सभी का है, इस निवेदन को सभी इच्छुक मित्रों तक पहुँचाने की कृपा करें।
यहाँ पोस्ट पढ़ी और वहाँ 5 - 10 - 15 दोहे लिख मारे और ताबड़तोब मेल करने की बजाय उन दोहों को कम से कम 48 घंटों के अंतराल के बाद एक बार ख़ुद जाँच-परख कर भेजेंगे तो आप ख़ुद अपने काम को बेहतर करने की स्थिति में होंगे। वैसे भी संकलनों में सम्पादन कार्य को अत्यधिक तवज्जोह नहीं देते हम लोग।
दोहे कृपया 8 अप्रेल तक भेजने की कृपा करें। आज 2 अप्रेल है तो मैं समझता हूँ एक सप्ताह का समय पर्याप्त होगा।
आइये एक और यादगार दोहा-संकलन का हिस्सा बनें।
प्रणाम......
आयोजन की शुभकामनाये..
जवाब देंहटाएंपढने को मिल जायेंगे ....नव वर्ष के दोहे ........धन्यवाद ...
जवाब देंहटाएंभावोदय की भोर फिर, रे जग, आलस छोड़
जवाब देंहटाएंफिर सूरज पूरब हुआ, पच्छिम से मुँह मोड़.. . :-)))
सादर
गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में, बिहार में नवरात्र
जवाब देंहटाएंनवसंवत्सर शुभ रहें, शुभ हों मंगल-पात्र
आयोजन की सफलता के लिए शुभकामनाएँ !!
अनेक शुभकामनाएँ..
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