नमस्कार
इस बार हम वातायन पर नवरात्रि पर केन्द्रित दोहों की
श्रंखला शुरू कर रहे हैं। इस आयोजन को सिर्फ़ एक पोस्ट तक सीमित न रख कर बल्कि
अलग-अलग पोस्ट्स में सहेजा जायेगा। इस दौरान अन्य रचनाएँ भी आती रहेंगी। सभी
साथियों से निवेदन है कि नवदुर्गा / नवरात्रि / गरबा डाण्डिया / दशहरा वग़ैरह को
केंद्र में रख कर अपने दोहे भेजें तथा अपने अन्य साथियों को भी मञ्च की तरफ़ से
प्रार्थना करने की कृपा करें। यदि सम्भव हो तो दोहे अपनी-अपनी माँ-बोली में भेजने
की कृपा करें। जिस भाषा-बोली में दोहे रचे गये हैं, उस का ज़िक्र भी अवश्य करें। चूँकि राजस्थानी या गुजराती या भोजपुरी कई
बोलियों में शोभायमान हैं।
दोहे navincchaturvedi@gmail.com पर भेजे जाने हैं
सामान्यत: इस आयोजन को दशहरा तक ज़ारी रखने की इच्छा है। तो
आइये अच्छे-अच्छे दोहे पढ़ें और पढ़वाएँ ......
शुभकामनायें
ReplyDeleteकोशिश करूगां,शुभकामनाए !!
ReplyDeleteRECENT POST : बिखरे स्वर.
एक ओर अच्छी शुरुआत ...
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ReplyDelete--बधाई----
कोशिश करने पर सदा, मिलती सबको जीत |
मनोयोग से कीजिये, दोहे रचिए मीत |