17 जनवरी 2020

किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है


हमें इस आन का थोथा गुमान थोड़ी है ।
ये देवभूमि है ईराक़-ईरान थोड़ी ह

शुरू ही ‘हिन्दु’ से होता है इसका पावन नाम ।
ये सिर्फ़ नाम का हिन्दोसतान थोड़ी है ॥

सहिष्णुता व सदाचार लक्ष्य हैं इसके ।
बग़ावतों के लिये संविधान थोड़ी है ॥

हैं संविधान की नज़रों में सब समान, मगर ।
असम, असम है, हिमाचल समान थोड़ी है ॥

विरोध करने का अधिकार सबको है, लेकिन ।
उठापटक के लिये प्रावधान थोड़ी है ॥

हरेक बात पै ही मोल-भाव क्यों करना ।
ये अपना देश फलों की दुकान थोड़ी है ॥

हम इसकी 'बीम' पै 'हैमर' चला नहीं सकते ।
ये अपना घर भी है केवल मकान थोड़ी है ॥

जो इसपै वार करेगा वो फल भी भुगतेगा ।
“किसी के बाप का हिन्दोसतान थोड़ी है" ॥

Navin C. Chaturvedi