हिन्दुस्तानी-साहित्य सेवार्थ एक शैशव-प्रयास
रचना रचनाकार को नमन !-पता न था ,पहले से मुझे ,मेरी उम्र ,महल उसके ,बनाने में ,ठहर जाएगी |दुनिया दुखी ,उसकी खुशी ,आजादी मिली ,जहर हवा में ,पानी ठहर ,घुल जाएगा ?
रचना रचनाकार को नमन !-
जवाब देंहटाएंपता न था ,पहले से मुझे ,मेरी उम्र ,महल उसके ,बनाने में ,ठहर जाएगी |
दुनिया दुखी ,उसकी खुशी ,आजादी मिली ,जहर हवा में ,पानी ठहर ,घुल जाएगा ?