इतिहास के पुनर्लेखन की जरुरत पड़नेवाली है। नयी पीढ़ी इतिहास को
अपने तरीके से गढ़ रही है, टीवी देखकर, टीवी सीरियलों के बारे में
पढ़कर। दो टीन-एजर बालिकाओं की बात कुछ यूं सुनी-
वाऊ, अकबर, यू नो, जोधा से लिप-लाक करनेवाला है। सुपर्ब किस
देखने को मिलेंगे।
रीयली, अकबर
इस सो कूल ना।
अकबर, दि
ग्रेट, ऐसा
पुरानी पीढ़ी ने पढ़ा है । अकबर, दि कूल, यह
नयी पीढ़ी समझ रही है। ग्रेट से बन्दा कूल हो जाता है, एक जनरेशन के फासले में। टीवी
भी इस दौरान ग्रेट से कूल हो गया है। मेरी चिन्ताएँ दूसरी हैं, लिप-लाकवाले अकबर अगर हिट हो
गये, तो
कोई सीरियल निर्माता सन्नी लियोनी को ला सकते हैं अकबर की किसी रानी के रुप में।
सन्नीजी सिर्फ लिप पे ना रुकेंगी!!!!!!!!!!!!! अकबर के साथ ये क्या हो रहा है।
औरङ्गज़ेब पर कोई टीवी सीरियल बनाने में किसी की दिलचस्पी ना होगी, क्योंकि औरङ्गज़ेब को अपने पिता
शाहजहाँ को आगरा के लाल किले में लाक करते हुए दिखाया जा सकता है। पर औरङ्गज़ेब का
कैरेक्टर लिप-लाक दिखाने के लिए उपयुक्त नहीं है। लिप-लाक ना हो, सिंपल लाक हो, तो सीरियल के प्रमोशन में
दिक्कत आती है। सीरियल का प्रमोशन ना हो पाये, तो फिर सीरियल बनाने का फायदा क्या।
सीरियल क्या फिल्म बनाने का भी क्या फायदा।
के. आसिफ की शाहकार फिल्म मुगले आजम अगर आज बनी होती, तो सुपर-पर्सनल्टी के धनी अकबर
पृथ्वीराज कपूर कामेडी नाइट्स विद कपिल के साथ मुगले आजम का प्रमोशन कर रहे होते।
कपिल कहते -महाबली अकबर जरा वो वाला डायलाग तो बोलकर सुनाओ, पब्लिक को। और मधुबाला-प्यार
किया तो डरना क्या-ये डांस गुत्थी या चुटकी
के साथ करके दिखाइये ना। महाबली अकबर महाराणा प्रताप से जीतकर आते, पर कपिल की डिमांड के आगे हार
जाते।
टीवी के आगे बड़े-बड़े महाबली लिप-लाक करने लगते हैं।
खैर मसला यह है कि अकबर के खाते में सुलहकुल, भाईचारा, फतेहपुर सीकरी भी है, पर ना ना ना ना सारा अकबर
सिर्फ लिप-लाक पर फोकस हो रहा है। बल्कि जोधा अकबर सीरियल देखकर इतिहास समझने वाले
बच्चों के मन में सवाल उठेगा, भई रानियों की पालिटिक्स में इतना टाइम खर्च करनेवाले अकबर को बाकी
के काम के लिए टाइम कब मिलता होगा। कब तो उन्होने फतेहपुरसीकरी बनवायी होगी। कब
उन्होने गुजरात फतह किया होगा। अकबर इस कदर बेगमों में बिजी रहते हैं, कैसे और क्या किया होगा। बच्चे
कहीं ये ना समझें कि इतिहास जो लिखा गया है, वह सारा का सारा झूठ है। असल में तो अकबर बेगमों में ही बिजी रहते
थे।
जोधा अकबर देखकर अकबर को कूल कहनेवाली बालिकाएं इतिहास की छात्राएं
नहीं थीं, अकबर
के पूरे योगदान को वह कैसे समझ पायेंगी, यह चिंता मुझे रहती है। पर चिंता करने से क्या होता है। टीवी जो
दिखायेगा, उसके
पार कुछ समझाना बहुतै मुश्किल हो गया है।
इधर कई टीन-एजर समझने लगे हैं कि देश की हर समस्या का हल आमिर खान के
पास है। आमिर खानजी बहुत मेहनत से सहज भाषा में तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों को सामने
रख रहे हैं। पर आमिर खान समाजशास्त्री नहीं हैं। आमिर खान कूड़े के ढेर के संभावित
प्रयोगों के विशेषज्ञ भी नहीं हैं। बच्चे उनसे ऐसी अपेक्षाएं पाल सकते हैं। हर
समस्या का हल आमिर खान के पास नहीं है, ऐसा समझाना इन दिनों बहुत मुश्किल है। आमिर खान हर समस्या हल कर सकते
हैं, ऐसी
उम्मीद ठीक नहीं है। पर मेरे ठीक मानने या ना मानने से क्या होता है। टीवी को लगता
है, तो
ठीक ही है। एक टीवी चैनल में मैंने देखा कि भारत की रक्षात्मक तैयारियों पर एक
पेनल-डिस्कशन में आमिर खान को बुलाये जाने की बात
चल रही थी। मैंने निवेदन किया-आमिर खान डिफेंस के एक्सपर्ट नहीं हैं। एक बंदे ने
कहा-एक्सपर्ट तो वो कूड़े के भी नहीं थे, पर उस पर एक कार्यक्रम कर गये ना। कूड़ा कौन देखता है, आमिर खान को देखा जाता है।
उफ्फ अकबर को कौन देखता है, साहब, अकबर
का लिप-लाक देखा जाता है। देखिये, देखिये और अकबर को उसके किस के लिए याद कीजिये।
आलोक
पुराणिक
मोबाइल-9810018799
बिलकुल सही जोधा अकबर सीरियल देखकर मुझ जैसे इतिहास के विद्यार्थी बस चैनल ही चेज करके रह जाते हैं
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन डू नॉट डिस्टर्ब - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंअभी क्या हुआ है ..... सोचिये नौरोज़ के दृश्य कैसे परोसे जायेंगे।बेचारे महाबली शहंशाह अकबर और उनसे भी बेचारी किशोरी बालाएँ। अब तो दूरदर्शन पर भास्कर घोष का ज़माना टीवी का स्वर्ण-युग लगने लगा है।
जवाब देंहटाएंBahut satik vyang.
जवाब देंहटाएंYe Ekta Kapoor ke Jodha Akbar hain, yahan lip lock, intimate drishya, romantic music background yahi sab milega. Itihaas se inka bas naam ka lena dena hai..baaki wo khud hi kehti hai 'logon ki kahaniyan masala daal kar logon ko dikhao...aur paise kamao"
ha ha ha.....khoob
जवाब देंहटाएंAaj kal ka funda hi badal gaa hai. Abhi ka mantra hai - Achchi batein kar li bahut ab karunga.........................
जवाब देंहटाएंajay mishra