जता प्रेम को, आप ने जो पुकारा।
हमारे दृगों से बही अश्रुधारा।।
कभी भूल के भी भुलाना न यारा।
हमारे लिए आप सा कौन प्यारा।१।
कभी भूल के भी भुलाना न यारा।
हमारे लिए आप सा कौन प्यारा।१।
भुजंग प्रयात छंद
वर्णिक छंद
चार चरण
प्रतेयक चरण में चार बार यगण
यमाता यमाता यमाता यमाता
लघु गुरु गुरु x ४
ल ला ला - ल ला ला - ल ला ला - ल ला ला
यहाँ लिखे गए ला का अर्थ सिर्फ दीर्घ / गुरु अक्षर है
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