23 जनवरी 2011

कभी भूल के भी भुलाना न यारा

जता प्रेम को, आप ने जो पुकारा।
हमारे दृगों से बही अश्रुधारा।।
कभी भूल के भी भुलाना न यारा।
हमारे लिए आप सा कौन प्यारा।१।



भुजंग प्रयात छंद


वर्णिक छंद
चार चरण
प्रतेयक चरण में चार बार यगण
यमाता यमाता यमाता यमाता
लघु गुरु गुरु x ४
ल ला ला  -  ल ला ला  -  ल ला ला  -  ल ला ला 
यहाँ लिखे गए ला का अर्थ सिर्फ दीर्घ / गुरु अक्षर है

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