तज़मीन - तसव्वुर लाज़िमी है जिस तरह तस्वीर से पहले - यशपाल सिंह 'यश'

 

 

तसव्वुर लाज़िमी है जिस तरह तस्वीर से पहले

तख़य्युल लाज़िमी है जिस तरह तामीर से पहले

इरादा लाज़िमी है जिस तरह तदबीर से पहले

"ख़ुदी को कर बुलन्द इतना, कि हर तक़दीर से पहले

ख़ुदा बन्दे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है"

मूल शेर - मिर्ज़ा ग़ालिब 

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