इस तरह आप सम्मान देकर अपने लिए एक एहसान फरामोश टाइप दुश्मन खरीदने में सफल हो जायेंगे । अब उसके लिए आप मायने नही रखते काम खत्म इज्जत खत्म अब वो ही आपके हर सम्मान के आड़े आने को तैयार रहेंगे और बिल्ली की तरह रास्ता काटता रहेंगे । आपने भले ही सम्मान देकर उनकी इज्जत बढाई हो पर वे आपका धन्यवाद आपकी इज्जत तार तार के चुकाने का पूरा प्रयास करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । आपकी आत्मा आपको धिक्कारेगी आपके गलत चयन पर ,मन से आवाज आयेगी बंद कर ये सम्मान देना ,अपमान का इतना डोज हो काफी है पर ....उम्मीद पर टिके और यादों से बंधे हुए सम्मानित करते रहेंगे और बदले में आपको हर कदम पर एकदम नए नए अहसास होंगे आत्मा से आवाज आएगी बच्चू तुमने तो पड़ी लकड़ी उठाई है और लो मजे ..आपको अहसास होगा कि आपने पैर में कुल्हाड़ी नहीं कुल्हाड़ी में पैर दे मारा है ..अब सिवाय दर्द सहने के आपके पास कोई उपाय नहीं ..क्योंकि बैल को तो खुद आपने सींग मारने बुलाया था ..सम्मान के बदले अपमान के घूंट जब तक पी सकते हैं पीते रहिये और उस घडी को कोसते रहिये जब आपके मन में ऐसा उच्च विचार आया था |
आप अपनी वर्षों कि बनी बनी छवि के टूटे टुकड़े समेटिये ..इज्जत के फलूदे में मिलाईये और तब तक गटकिये जब तक आप गले तक ना भर जाएँ ...

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