तेंदुलकर, सहवाग, कोहली, गौतम, माही|
रैना सँग युवराज, कामयाबी के राही|
नहरा और मुनाफ़, इक दफ़ा फिर से चमके|
भज्जी संग जहीर, खेल दिखलाया जम के|१|
हारा मेच परन्तु, पाक दिल जीत घर गया|
एक अनोखा काम, इस दफ़ा पाक कर गया|
नफ़रत का हो अंत, प्यार वाली हो बिगिनिंग|
शाहिद ने ये बोल, बिगिन कर दी न्यू ईनिंग|२|
अब अंतिम है मेच, दिल धड़कता है पल छिन|
सब के सब बेताब, हो रहे घड़ियाँ गिन गिन|
कैसा होगा मेच, सोचते हैं ये ही सब|
बोल रहे कुछ लोग, जो नहीं अब, तो फिर कब|३|
तेंदुलकर तुम श्रेष्ठ, मानता है जग सारा|
आशा तुमसे चूँकि, खास अंदाज तुम्हारा|
तुम हो क्यूँ जग-श्रेष्ठ, आज फिर से बतला दो|
मारो सौवाँ शतक, झूमने का मौका दो|४|
भारत में किरकेट, बोलता है सर चढ़ के|
सब ने किया क़ुबूल, प्रशंसा भी की बढ़ के|
अपनी तो ये राय, हार हो या फिर विक्ट्री|
खेलें ऐसा खेल, जो क़ि बन जाए हिस्ट्री|५|
छन्द : रोला
विधान ११+१३=२४ मात्रा
सच में पाक ने अच्छा खेला। दिल भी जीत लिया। ये अलग बात थी कि उस दिन तकदीर पाक के साथ नहीं थी।
ReplyDeleteभारत की जीत की शुभकामनाएं।
भारत में किरकेट, बोलता है सर चढ़ के|
ReplyDeleteसब ने किया क़ुबूल, प्रशंसा भी की बढ़ के|
अपनी तो ये राय, हार हो या फिर विक्ट्री|
खेलें ऐसा खेल, जो क़ि बन जाए हिस्ट्री|५| बेहतरीन ....बहुत-बहुत बधाई मित्र नवीन जी
आज जब अखबार में पढ़ा कि पकिस्तान की टीम का उनके देश में स्वागत किया गया है तो सच ही बहुत खुशी हुई ...खेल के मैदान पर भी खिलाडियों के बीच भाई चारा दिख रहा था ...
ReplyDeleteरचना बहुत सुन्दर है
यह सचमुच उल्लेखनीय है कि साम्प्रदायिक संगठन करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को अपने सता अभियान का माध्यम नहीं बना सके पर जब तक ऐसा एक भी षड़यंत्रकारी सक्रिय है तब तक धर्म निरपेक्षता में भरोसा रखने वालों को चुप नहीं बैठना होगा। आपका सन्देश स्तुत्य है।
ReplyDeleteSHUBH SANDESH DETEE KAVITA KE LIYE AAPKO
ReplyDeleteBADHAAEE AUR SHUBH KAMNA .
पाक अच्छा खेला और खेल की जीत हुयी।
ReplyDeleteBahut Sundar Sanesh diya Naveen Jee aapne.
ReplyDeleteMy Best Wishes
नवीन जी,
ReplyDeleteक्रिकेट के वर्ल्ड कप के फ़ाइनल के अवसर पर इससे बढ़िया कविता और क्या हो सकती है !
पढ़कर आनंद आ गया !
अच्छा लिखा है आपने !
आभार !
आपकी दुआओं का असर हुआ और भारत एक बार फिर वर्ल्ड कप जीतने में सफल रहा. बधाई हो.
ReplyDeleteअतुल भाई, अंबरीश भाई, संगीता जी, वीरेंद्र भाई, प्राण भाई, प्रवीण भाई, सुलभ भाई, ज्ञानचन्द्र मर्मज्ञ भाई और रचना जी आप सभी की बहुमूल्य टिप्पणियों के लिए बहुत बहुत आभार
ReplyDelete