बस्ती को आग की यह क़बा कौन दे गया।
बुझती नहीं है आग हवा कौन दे गया॥
सब का सफेद ख़ून है यह तो बताइये।
उन की हथेलियों को हिना कौन दे गया॥
इनसान की तलाश में बस्ती के लोग थे।
इन बस्तियों को इतने ख़ुदा कौन दे गया॥
बेरोज़गारी, दर्द, घुटन टीस और कसक।
इन सब को मेरे घर का पता कौन दे गया॥
सब का सफेद ख़ून है यह तो बताइये।
उन की हथेलियों को हिना कौन दे गया॥
इनसान की तलाश में बस्ती के लोग थे।
इन बस्तियों को इतने ख़ुदा कौन दे गया॥
बेरोज़गारी, दर्द, घुटन टीस और कसक।
इन सब को मेरे घर का पता कौन दे गया॥
:- महेन्द्र हुमा (मथुरा)
07669979637
बहरे मज़ारिअ मुसमन अख़रब
मकफूफ़ मकफूफ़ महज़ूफ़
मफ़ऊलु फ़ाइलातु मुफ़ाईलु
फ़ाइलुन
221 2121 1221 212
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