30 अप्रैल 2014

माइक्रो सटायर - आलोक पुराणिक

पीएम मनमोहन सिंह ने दावा किया है कि एक हजार बार से ज्यादा वह पिछले दस सालों में बोले हैं।
उनके बोलने की रिकार्डिंग्स चेक की गयी हैं- 1100 बार वह कुल बोले। 
1000 बार तो वह यह बोल पाये-ओये कोई तो मेरी गल्ल सुण लो ओय। 
बाकी 100 बार वह बोले-ओय मेरी बात समझ नीं आयीकोई गल्ल नीराहुलजी से पुछ्छ लेणा।

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गङ्गा साफ करने की परियोजनाओं में खरबों खाये गये। 
जमुना साफ करने की परियोजनाओं में अरबों खाये गये। 
कुछ-कुछ समझ में आता है कि गङ्गा-जमुनी कल्चर तमाम पालिटिकल पार्टियों को बहुतै प्रिय क्यों है।

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प्रधानमन्त्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का विरोध करनेवालों को लोकसभा चुनाव के बाद पाकिस्तान जाना पड़ेगाइस बयान से राबर्ट वाड्रा भी दहशत में आयेक्योकि वाड्रा के पूर्वज पाकिस्तान स्यालकोट से आये थे। 



राहुल गाँधी ने समझाया -जीजाजी ऐसा नहींजिसकी पास थोड़ी सी जमीन भी है इण्डिया में उसे इण्डियन माना जायेगा। 



राबर्ट वाड्रा के चेहरे पर मुस्कान लौट आयी है-जमीन तो जहाँ कहोगेवहाँ दिखा दूँगा-कन्याकुमारी के समन्दर से लेकर एवरेस्ट तक की रजिस्ट्री अपने नाम हैद्वारिका गुजरात समन्दर की रजिस्ट्री से लेकर पूरे अरुणाचल की जमीन अपने कब्जे में दिखा सकता हूँ।



राहुल ने समझाया-ना थोड़ी जमीन ही बताना। अरुणाचल की जमीन तुम्हारे पास हैयह बात चीन को अगर पता लग गयीतो वह भारत सरकार से नहीं तुमसे ही बात करने लगेगाजमीन विवाद सुलझाने को।

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एक चुटकी सिन्दूर की कीमत तुम क्या जानोरमेश बाबू। 



जानता हूँबहुत सही तरह से जानता हूँकोई एक चुटकी सिन्दूर भरकर अब तक 350 करोड़ रुपये कमा चुका है। और पिक्चर अभी बाकी है दोस्त। 



राजेश खन्ना का जमाना गयाअब राबर्ट वाड्रा का आ गया।

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राबर्ट वाड्रा के घर में धन की देवी लक्ष्मीजी को माँ के तौर पर नहीं पूजा जाता। 
लक्ष्मीजी को सासू-माँ के तौर पर पूजा जाता है।

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दिग्विजय सिंह ने पूछा
बताओबताओ,
राबर्ट वाड्रा ने कौन सा कानून तोड़ा। 
राबर्ट वाड्रा सुनकर हँस रहे हैं-
नानसेन्समैं खुद कानून हूँमुझे कौन तोड़ेगा।

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कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि
सीबीआई ने गुजरात फर्जी एनकाउण्टर में मोदी को ढ़ंग से घेरे में नहीं लिया। 



लोदस साल सरकार काङ्ग्रेस की रही,
सीबीआई से जरा सा काम ना करवा पाये।
राहुल गाँधी ने सिब्बल को डाँटा-
ऐसी ही बातों से तो यह आरोप पक्का होता है कि
काङ्ग्रेस सरकार दस सालों में कतई निकम्मी रही।

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अखिलेश यादव ने कहा कि
चालू हैं भाजपा के लोग,
समाजवादी पार्टी के लोग चालू नहीं हैं। 
यह सुनकर अमर सिंह ने कहा है-
मेरी यादमेरी कमी इतने दिनों बाद महसूस की।
चलो ठीक है,
पर अब मैं समाजवादी पार्टी के लिए कुछ ना करूँगा,
हारूँगा भी नही।
इस स्वार्थी दुनिया में किसी के लिए हारने से बेहतर है कि मैं खुद अपने लिए हारूँ।

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लालू यादव के इस बयान पर कि नितीश कुमार को उन्होने ही पैदा किया हैनारायण दत्त तिवारी ने जोरदार बधाई दी हैलालूजी को यह कहते हुए कि अकेले हम ही नहीं हैंजो बुढ़ापे में बाप बन रहे हैं।

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लालू यादव के इस बयान पर कि नितीश कुमार को उन्होने पैदा कियासबसे ज्यादा विरोध उनके आठ बच्चों ने जताया हैयह कहते हुए कि पापा आठ बच्चों का ताना झेल-झेलकर ही पक गयेअब एक और जोड़ लिये हैं। राबड़ी देवी ने अलग डाँटा है-लालूजी कईसा बात करते हैं ऊ नितीशवा हमको मम्मी कहेगातो हमको कईसा फील होगा।

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मोदी की हवा नहीं चल रही हैयह बात तमाम न्यूज चैनलों पर तरह-तरह के विद्वानों ने दिन भर में करीब 40 बार कही। मोदी की हवा चल रही हैयह बात बीजेपी के प्रवक्ताओं ने न्यूज चैनलों पर कल सात बार कही। 
चालीस बार मोदी का नाम उधर सेसात बार मोदी का नाम इधर से। 
मोदी की हवा असल में बना कौन रहा है बे।

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चुनाव के आगे बढ़ने पर काङ्ग्रेस ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ मनमोहन सिंह को उतारने की सोची है। नरेन्द्र मोदी के नमो फोन के मुकाबले ममो फोन उतारने का प्लान हुआ। इञ्जीनियरों ने फोन डिजाइन भी कर लिया हैबस एक प्राबलम नहीं निपट पा रही है। 



ममो फोन नार्मल तरीके से काम नहीं करताइसमें साइलेण्ट मोड एक्टिव करोतब ही फोन पर बात सम्भव हो पाती है। साइलेण्ट मोड पर ही एक्टिवये बात हर कस्टमर को समझाने में तो कई साल लग जायेंगे।



क्या किया जायेइस सवाल के जवाब में मनमोहन सिंह साइलेण्ट मोड में चले गये हैं।

आलोक पुराणिक
9810018799

5 टिप्‍पणियां:

  1. वाह वाह आलोक जी क्या कहने । अभी 2 माह पहले आपको हमारे यहां बरेली के रोटरी सभागार में सुना था तब से ही आपके व्यंग जहां मिलते हैं पढता जरुर हूं ।

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  2. खूब जमे मैक्रो सैटायर !! आलोक जी !! अब समय लम्बे आलेख का नहीं माइक्रो सैटायर का ही है !! जीजा बाड्रा का मायका शायद सहारनपुर में है –लेकिन सुना है कि जब से विदा हो कर ससुराल गये है अपने मायके जा नहीं पाते हैं --इनके पिता ने एक बार मुम्बई किसी के हक में फोन कर दिया कि मैं वाड्रा का पिता हूँ फलाँ आदमी का यह काम करवा दो –तो इस पर इनकी ससुराल से इतनी प्रबल प्रतिक्रिया आई –कि जीजा को अख़बार मे बयान देना पड़ा कि ऐसे किसी फोन को अटेण्ड न किया जाय !! इनके पिता ने शाय्द क्षुब्ध हो कर आर एस एस स्कूल के लिये अपनी ज़मीन भी दान दे दी थी –इनकी बारात जब द्वार पर पहुँची थी –तो सुनते हैं कि लोग नाच नाच कर बेसुध हो गये लेकिन एक घण्टे कोई अगवानी के लिये ही नहीं आया !!! आरोप प्रत्यारोप अपनी जगह इनके परवज़ के चर्चे बहुत हैं –लेकिन हमें ये पिंजरे के पंछी जैसे लगते हैं –जो हो !! जैसे उनके दिन बहुरे वैसे सबके बहिरैं

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