नमस्कार
नवरात्रों का आनन्द लेते हुए आप सभी को विजयादशमी की अग्रिम शुभकामनाएं. उत्तरोत्तर अपने गन्तव्य की दिशा में अग्रगामी वेबपोर्टल साहित्यम के वर्तमानाद्यातन के साथ हम पुनः उपस्थित हैं.
किसी एक भाषा या किसी एक विधा तक सीमित न रहकर हमारा उद्देश्य विविध भारतीय भाषाओं एवं साहित्य के गद्य और पद्य दौनों स्वरूपों की अधिकतम विधाओं पर काम करना और करवाना है. विभिन्न भाषाओं की स्वीकार्य, सम्भाव्य एवं रुचिकर विविध विधाओं के प्रकाशन के लिए समर्पित वेबपोर्टल साहित्यम के सद्याद्यतन में निम्नलिखित कृतियों का समावेश किया गया है.
1. गीत - क्या प्रणय अभिशाप हैं प्रिय - उदय दिवाकर
पाण्डेय
2. नज़्म – ख़ार – इस्मत ज़ैदी शिफ़ा
3. कविता -शापित खण्डहर – अनामिका प्रवीण शर्मा
4. मुक्तक - आशु शर्मा
5. बालगीत – दिल्ली वाले दादाजी – आशा पाण्डेय ओझा ‘आशा’
6. नवगीत – मौन नहीं रहिए - राम मनोहर तिवारी
7. दोहे - मधुर बिहारी गोस्वामी
8. घनाक्षरी छन्द – राजेन्द्र स्वर्णकार
9. व्यंग्य – मिडिल क्लास द डोनर – समीक्षा तैलंग
10. लघुकथा – जूण – डॉ शील कौशिक
11. कहानी – बेवकूफ – वन्दना बाजपेयी
12. संस्कृत गजल - पक्ष्मणोरालम्बितस्य हार्द्रस्वप्नस्याधुना - डा० लक्ष्मीनारायण
पाण्डेय
13. हिन्दी गजल – बलवती होती व्यथायें क्या करें - विवेक मिस्र
14. ગુજરાતી ગઝલ -
આપે છે ક્યાં મૃગજળ સુધ્ધાં - સુરેશ ઝવેરી
15. मराठी गझल - करायचे ते करून झाले अता न काही करणे - प्रदीप निफाडकर
16. हिमाचली गजल - पाह्या ऐ पळेस तिजो कुसा अलाचारिया - द्विजेन्द्र द्विज
17. ब्रजगजल - बरसाने तक अइवे में ही मेरी
सगरी उमर गुजर गई - अनिमेष शर्मा 'अनिमेष'
18. ब्रजगजल - या में बस एक अद्भुत यही बात है - ज्ञानप्रकाश गर्ग
19. हरियाणवी गजल - बैठक पौली बूढ़े
स्याणे कम होगे - शिवचरण शर्मा 'मुज्तर'
20. तज़मीन - तसव्वुर लाज़िमी है जिस तरह तस्वीर से पहले - यशपाल सिंह 'यश'
21. ग़ज़ल - कोई गाली नहीं देता कोई ग़ुस्सा नहीं होता - तनोज दाधीचि
22. ग़ज़ल - हर एक शय में
नसीहत है आदमी के लिए - हीरालाल यादव 'हीरा'
23. ग़ज़ल - आधी अधूरी ज़िंदगी आपस में बाँट ली - तरुणा मिश्रा
24. ग़ज़ल - इधर न देख ज़ुल्फ़ को सँवारते-सँवारते - सुश्रुत पंत ‘ज़र्रा’
25. ग़ज़ल - सदमात हिज्रे-यार के जब जब मचल गए
- अजय 'अज्ञात'
26. "कविता मुंबई - 2025" का सफल आयोजन
प्रत्येक
अद्यतन के उपरान्त साथियों के बढ़ते उत्साह से हम भी उत्साहित हैं. वेबपोर्टल
साहित्यम पर अभी तक हिन्दी, उर्दू, गुजराती, मराठी, ब्रजभाषा, अवधी, भोजपुरी, हिमाचली, पंजाबी, राजस्थानी, हरियाणवी
और संस्कृत गजलें प्रस्तुतु की जा चुकी हैं. अन्य भाषा / बोलियों की गजलों का भी
स्वागत है. न केवल गजल अपितु अन्य भाषा / बोलियों के गद्य और पद्य की विभिन्न
विधाओं के पठनीय साहित्य का भी सहर्ष स्वागत है.
आशा करते हैं आप इस अद्यतन को अपेक्षा के अनुरूप पायेंगे. जिन जिन के लिए सम्भव हो, यदि पोस्ट्स पर कमेंट्स भी लिखे जा सकें तो आनन्द और भी बढ़ेगा. यदि आप भी अपनी स्वयं की या आपकी रुचिकर कृतियों को यहाँ प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो उक्त कृतियों को फोटो (सन्दर्भ, जहाँ आवश्यक हो) के साथ ईमेल करने की कृपा करें. आपके हितकर सुझावों का सदैव सहर्ष स्वागत है.
सादर सप्रेम जय श्री कृष्ण
नवीन सी. चतुर्वेदी
ब्रजगजल प्रवर्तक एवं बहुभाषी शायर
मथुरा – मुम्बई
9967024593
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