एक कविता - उर्मिला माधव

सुनो डॉक्टर कह रहे हैं –

उर्मिला माधव




सुनो,
डॉक्टर कह रहे हैं कि अब मैं ,
अधिक नहीं जीयूँगी,
ये बताओ मेरे मरने के बाद,
तुम क्या-क्या करोगे ?
अच्छा ठीक है,
चलो कुछ बातें मैं ही बताती हूँ,
मेरी मौत जब निश्चित होजाए,
तब तुम कुछ नियमों के पालन करना,
जैसे अगर तुम नहीं रहते तो मुझे करने होते,
जैसे चूड़ियों का तोड़ना,
पर तुम चूड़ी नहीं पहनते,
तब ऐसा करना अपने हाथ की घड़ी,
परिवार के सहयोग से,पत्थर से तोड़ देना,
और उम्र भर को कसम रहे कि,
घड़ी का पहना जाना एक अपराध की तरह हो,
सिदूर तुम लगाते नहीं,
बाल मुंडवा लेना,
जब तक साँसे चलें,दोबारा कभी मत रखना केश,
किसी भी शुभ काम में,कभी झांकना भी मत ,
अगर छू दोगे तो अपशकुन न हो जाए,
इसका पूरा ध्यान रखना,
हाँ तुम्हारे पैसे,संपत्ति,
और बहुत सी कीमती चीज़ें कार,बंगला ज़मीनें,
जो भी तुम्हारा होगा सब शुभ ही रहेगा,
अशुभ सिर्फ़ तुम्हें होना है,
तुम्हारी कीमती चीज़ों को नहीं....
ध्यान रहे...


उर्मिला माधव...  9873772808

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी करने के लिए 3 विकल्प हैं.
1. गूगल खाते के साथ - इसके लिए आप को इस विकल्प को चुनने के बाद अपने लॉग इन आय डी पास वर्ड के साथ लॉग इन कर के टिप्पणी करने पर टिप्पणी के साथ आप का नाम और फोटो भी दिखाई पड़ेगा.
2. अनाम (एनोनिमस) - इस विकल्प का चयन करने पर आप की टिप्पणी बिना नाम और फोटो के साथ प्रकाशित हो जायेगी. आप चाहें तो टिप्पणी के अन्त में अपना नाम लिख सकते हैं.
3. नाम / URL - इस विकल्प के चयन करने पर आप से आप का नाम पूछा जायेगा. आप अपना नाम लिख दें (URL अनिवार्य नहीं है) उस के बाद टिप्पणी लिख कर पोस्ट (प्रकाशित) कर दें. आपका लिखा हुआ आपके नाम के साथ दिखाई पड़ेगा.

विविध भारतीय भाषाओं / बोलियों की विभिन्न विधाओं की सेवा के लिए हो रहे इस उपक्रम में आपका सहयोग वांछित है. सादर.