बीती बीते वीक में, आय्पीयल की सेल
खड़े रह गये टापते, लारा, सौरव, गेल
लारा, सौरव, गेल, सनथ भी फेल हो गये
कई तजुर्बेकार, यहाँ बेमेल हो गये
मोदी, पाकिस्तान, तजुर्बे की इ फजीती
दिला गयी फिर याद, अनगिनत बातें बीती
खड़े रह गये टापते, लारा, सौरव, गेल
लारा, सौरव, गेल, सनथ भी फेल हो गये
कई तजुर्बेकार, यहाँ बेमेल हो गये
मोदी, पाकिस्तान, तजुर्बे की इ फजीती
दिला गयी फिर याद, अनगिनत बातें बीती
बहुत ही सुन्दर चित्रण।
जवाब देंहटाएंये भी अच्छी कही
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह...सुन्दर चित्रण.
जवाब देंहटाएंबढ़िया कटाक्ष है।
जवाब देंहटाएंवाह नवीन भाई, क्या बात कह गए आप।
जवाब देंहटाएं....................................
जवाब देंहटाएं"तुमने मेरी पत्नी की बेइज्जती की थी" नयी पोस्ट पर आपकी टिपण्णी की प्रतीक्षा रहेगी. "arvindjangid.blogspot.com"
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सुन्दर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंनवीन जी,
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर और मारक !
पढ़ कर आनंद आ गया !
धन्यवाद !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
प्रवीण भाई, रचना जी, अरविंद जी, महेंद्र जी, धर्मेन्द्र जी और संजय जी आप सभी का सहृदय आभार|
जवाब देंहटाएंभाई ज्ञानचन्द्र मर्मज्ञ जी बहुत बहुत आभार|
जवाब देंहटाएंबढ़िया बढ़िया बढ़िया .
जवाब देंहटाएंआभार कुँवर कुसुमेश जी
जवाब देंहटाएंwaah navin uncle waah.......bahut hi badhiya chitran kiya hai aapne....
जवाब देंहटाएंthx pritam ji
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