साहित्यम्
हिन्दुस्तानी-साहित्य सेवार्थ एक शैशव-प्रयास
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25 जुलाई 2023
वंदन शुभ अभिवन्दन - रमेश कँवल
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हमारे यहाँ बहुत पहले से गणपति, सरस्वती और गुरुवन्दन की परिपाटी रही है . किसी भी कवि गोष्ठी या कवि सम्मलेन का श्रीगणेश विधिवत दीप प्रज्ज्वलि...
22 जुलाई 2023
ज़मीं को नाप चुका आसमान बाक़ी है - पवन कुमार
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ज़मीं को नाप चुका आसमान बाक़ी है अभी परिन्दे के अन्दर उड़ान बाक़ी है बधाई तुमको कि पहुँचे तो इस बुलन्दी पर मगर ये ध्यान भी रखना ढलान बाक़ी है ...
सबब पूछो न क्यों हैरतज़दा हूँ - शेषधर तिवारी
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सबब पूछो न क्यों हैरतज़दा हूँ मैं अपनी चीख सुनकर डर गया हूँ वाही पीछे पड़े हैं ले के पत्थर मैं जिनकी फ़िक्र में पागल हुआ हूँ मेरे सीने पै र...
2 टिप्पणियां:
जब भी कोई अपनों में दिल का राज़ खोलेगा - ज़ाहिद अबरोल
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जब भी कोई अपनों में दिल का राज़ खोलेगा आँसुओं को समझेगा आँसुओं से बोलेगा क्यूँ बढ़ाये रखता है उसकी याद का नाख़ुन रोते रोते अपनी ही आँख में चु...
शैख़ साहिब! शराब पी लीजै - विजय ‘अरुण’
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शैख़ साहिब! शराब पी लीजै मेरे आली जनाब पी लीजै कीजिए कोई भी न इस पै सवाल चीज़ है लाजवाब पी लीजै इसमें नश्शा है और महक भी है ...
रोक नहीं फ़रमाने दे - रवि खण्डेलवाल
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रोक नहीं फ़रमाने दे मन की बात बताने दे सच का साथ न छोडूँगा चाहे जितने ताने दे मुँह मत खुलवा अब मेरा बेहतर होगा जाने दे सुर में गायेगा ए...
कोई बदलाव की सूरत नहीं थी - सचिन अग्रवाल
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कोई बदलाव की सूरत नहीं थी बुतों के पास भी फ़ुर्सत नहीं थी अब उनका हक़ है सारे आसमाँ पर कभी जिनके सरों पर छत नहीं थी वफ़ा , चा...
28 जून 2023
एक और कदम हिंदी गज़ल की ओर – एम. एल. गुप्ता आदित्य
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कुछ सप्ताह पहले हिंदी गजलों की एक पुस्तक आई है “ धानी चुनर ” । इस पुस्तक के लेखक हैं नवीन सी चतुर्वेदी , जो अनेक विधाओं व भाषाओँ मे...
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