tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post921065875208255380..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: चौथी समस्या पूर्ति - घनाक्षरी - स. पा. सोहे साले जी को, सरहज ब. स. पा. ईwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-90777461272407530082011-07-05T10:15:32.755+05:302011-07-05T10:15:32.755+05:30कमाल कर दिया अम्बरीष भाई ने। क्या शानदार छंद कहे ह...कमाल कर दिया अम्बरीष भाई ने। क्या शानदार छंद कहे हैं। गैरों से निबाहते हैं अपनों को भूल भूल....भाई क्या बात है। तीनों ही छंद मनोहारी हैं। हार्दिक बधाई अम्बरीष जी को।<br>और वीनस भाई ने तो पहली ही बाल पर छक्का लगाकर दिखा दिया कि वो छंद रूपी क्रिकेट के सहवाग हैं। इस छंद के लिए उन्हें बहुत बहुत बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।धर्मेन्द्र कुमार सिंह ‘सज्जन’http://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-57497378158949787102011-07-05T10:41:44.227+05:302011-07-05T10:41:44.227+05:30गैर से जो मान मिले, अपनों से मिले घाव, छोटी-मोटी च...गैर से जो मान मिले, अपनों से मिले घाव, <br>छोटी-मोटी चोट लगे, सुधि बिसराइये|<br>***<br>गोरी-गोरी देखो छोरी, लागे चंदा की चकोरी,<br>धन्यवाद सासू मोरी, तोहफा पठाया है|<br>***<br>चाचा-चाची डेढ़ फुटी, मामा-मामी तीन फुटी, <br>सरकस लागे ऐसा भारी परिवार है|<br>***<br>अहाहा...आहाहा आनंद नहीं परमानन्द की प्राप्ति हुई है बंधू...जहाँ "अपनों से मिले घाव..." कह कर शाश्वत सत्य का बखान किया है वहीँ नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-48150439903030121922011-07-05T10:45:27.111+05:302011-07-05T10:45:27.111+05:30सचमुच, अच्छे छंद हैं। अम्बरीश और वीनस की ये रचनाएँ...सचमुच, अच्छे छंद हैं। अम्बरीश और वीनस की ये रचनाएँ लेकिन साहित्यिक कम हैं, आज के मंचीय-साहित्य के निकट ज़्यादा हैं। इन पर वाह-वाही तो मिलेगी, लेकिन इनमें गम्भीरता नहीं है। ये रचनाएँ चकित करती हैं, बस्स। <br>अनिल जनविजयKavita Koshhttp://www.blogger.com/profile/06609307583322030167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-19041170836444598812011-07-05T11:51:16.704+05:302011-07-05T11:51:16.704+05:30भाई धर्मेन्द्र जी! आपके बेहतरीन छंदों से प्रेरणा ...भाई धर्मेन्द्र जी! आपके बेहतरीन छंदों से प्रेरणा लेकर तथा भाई नवीन जी का प्रोत्साहन पाकर ही इन्हें लिख पाया हूँ .......यद्यपि इनमें बहुत सी कमियां भी हो सकती हैं जैसा कि भाई अनिल जनविजय जी इंगित कर रहे हैं .......फिर भी आप सभी का स्नेह पाकर यह श्रम सार्थक हुआ ....हृदय से आभार मित्र !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-69470397081828952782011-07-05T12:00:29.187+05:302011-07-05T12:00:29.187+05:30भाई नीरज गोस्वामी जी ! यह सभी छंद इस योग्य तो नहीं...भाई नीरज गोस्वामी जी ! यह सभी छंद इस योग्य तो नहीं हैं फिर भी आपनें इन्हें इतना मान दिया इस हेतु हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूँ !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-327770755449861262011-07-05T12:02:18.672+05:302011-07-05T12:02:18.672+05:30भाई अनिल जनविजय जी! आपको हृदय से धन्यवाद! आप का अम...भाई अनिल जनविजय जी! आपको हृदय से धन्यवाद! आप का अमूल्य मार्गदर्शन अनुकरणीय है! भविष्य में इसका ध्यान अवश्य रखूंगा! आपके सम्मान में निम्नलिखित छंद समर्पित कर रहा हूँ. कृपया इस की बेहतरी के लिए भी अपना अनमोल सुझाव दें !<br><br>जमुना किनारे आज गंदगी के ढेर-ढेर.<br>पाट-पाट कूड़ा यहाँ यों ना बिखराइये.<br>काला-काला जल हुआ घिन लागे देख-देख,<br>गंदा-गंदा पानी यहाँ यों ही ना गिराइये.<br>स्लज का हो Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-25653946495170558812011-07-05T12:32:03.908+05:302011-07-05T12:32:03.908+05:30नवीन भाई ... इन छंदों को पढवाने का शुक्रिया ...नवीन भाई ... इन छंदों को पढवाने का शुक्रिया ...दिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-23202508932313101582011-07-05T13:48:42.861+05:302011-07-05T13:48:42.861+05:30अम्बरीस जी और वीनस जी के छंदों का भरपूर आनंद मैंने...अम्बरीस जी और वीनस जी के छंदों का भरपूर आनंद मैंने लिया।<br>इन दोनों बंधुओं को बार-बार बधाई।mahendra vermahttp://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-77692852906581035332011-07-05T16:03:13.488+05:302011-07-05T16:03:13.488+05:30अम्बरीश भाई व वीनस भाई दोनों के ही छंद पढ़कर ख़...अम्बरीश भाई व वीनस भाई दोनों के ही छंद पढ़कर ख़ुशी हुई | बहुत अच्छे !!शेखर चतुर्वेदीhttp://www.blogger.com/profile/03570068972021024352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-54549115182830521162011-07-05T16:29:04.358+05:302011-07-05T16:29:04.358+05:30गैर से जो मान मिले, अपनों से मिले घाव, छोटी-मोटी च...गैर से जो मान मिले, अपनों से मिले घाव, <br>छोटी-मोटी चोट लगे, सुधि बिसराइये|<br><br><br>स. पा. सोहे साले जी को, सरहज ब. स. पा. ई,<br>रोज आ के बोलें - जीजा - रार निपटाइये| <br><br>शुभकामनाएँ। <br><br>छंदों का भरपूर आनंद लिया।|रविकरhttp://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-68303937719880991642011-07-05T17:04:05.427+05:302011-07-05T17:04:05.427+05:30सभी छंद अच्छे लगे खास तौर पर अम्बरीश जी के... अनिल...सभी छंद अच्छे लगे खास तौर पर अम्बरीश जी के... अनिल भाई साहब ने सही कहा है कि वीनश जी की रचना मंचीय अधिक है... नवीन भाई आपके प्रयासों की सराहना करनी होगी....अरुण चन्द्र रॉयhttp://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-69998702052782179942011-07-05T20:26:23.237+05:302011-07-05T20:26:23.237+05:30चन्दों का जादू सर चढ़े बोले है .चन्दों का जादू सर चढ़े बोले है .veerubhaihttp://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-3482520669140356772011-07-05T21:56:35.380+05:302011-07-05T21:56:35.380+05:30बहुत बढिया।बहुत बढिया।मनोज कुमारhttp://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-13893264710010784532011-07-05T21:59:32.875+05:302011-07-05T21:59:32.875+05:30वीनस और अम्बरीश, घनाक्षरी वीर बनेदोनों ने घनाक्षरी...वीनस और अम्बरीश, घनाक्षरी वीर बने<br>दोनों ने घनाक्षरी में उॅंचा रखा भाल है<br><br>ग़ज़लों से जाना इन्हें और आज देखता हूॅं<br>इनकी घनाक्षरी भी ग़ज़ब धमाल है<br><br>इनकी घनाक्षरी पे टिप्पणी करूॅं मैं कैसे<br>नृत्य को थिरकते से पाॅंवों की ये चाल है<br><br>नयी पीढ़ी वाले बच्चे घनाक्षरी कहते हैं<br>दुनिया बनाने वाले तेरा ही कमाल हैतिलक राज कपूरhttp://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-42740424419559767612011-07-05T22:03:37.262+05:302011-07-05T22:03:37.262+05:30नीरज भाई इतनी लंबी लंबी लंबी टिप्पणी दे जाते हैं क...नीरज भाई इतनी लंबी लंबी लंबी टिप्पणी दे जाते हैं कि दूसरों के कहने के लिये कुछ छोड़ते ही नहींतिलक राज कपूरhttp://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-81677351290396008472011-07-05T22:46:51.154+05:302011-07-05T22:46:51.154+05:30भाई दिगंबर नासवा जी ! आपका बहुत-बहुत आभार !भाई दिगंबर नासवा जी ! आपका बहुत-बहुत आभार !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-35012725726752684682011-07-05T22:48:07.384+05:302011-07-05T22:48:07.384+05:30भाई महेंद्र वर्मा जी ! छंदों की सराहना के लिए आपका...भाई महेंद्र वर्मा जी ! छंदों की सराहना के लिए आपका हृदय से आभार !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-50971989607203512672011-07-05T22:51:28.014+05:302011-07-05T22:51:28.014+05:30भाई शेखर जी ! आपका हृदय से आभार मित्र ! इस मामले म...भाई शेखर जी ! आपका हृदय से आभार मित्र ! इस मामले में आप तो हमसे भी बेहतर हैं !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-44415696648664221532011-07-05T22:52:52.560+05:302011-07-05T22:52:52.560+05:30स्वागत है भाई रविकर जी ! आपका हृदय से आभार !स्वागत है भाई रविकर जी ! आपका हृदय से आभार !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-63375825361403720152011-07-05T22:55:14.684+05:302011-07-05T22:55:14.684+05:30भाई अरुण चन्द्र रॉय जी, आप की सराहना पाकर अपना यह ...भाई अरुण चन्द्र रॉय जी, आप की सराहना पाकर अपना यह श्रम सार्थक हुआ | भाई नवीन जी का यह प्रयास वास्तव में स्तुत्य है !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-59737749883382531622011-07-05T22:58:01.246+05:302011-07-05T22:58:01.246+05:30भाई वीरू भाई जी ! आपका आभार !भाई वीरू भाई जी ! आपका आभार !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-28184161274408076052011-07-05T22:58:01.245+05:302011-07-05T22:58:01.245+05:30धन्यवाद भाई मनोज जी !धन्यवाद भाई मनोज जी !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-69754629587078318632011-07-05T23:17:54.064+05:302011-07-05T23:17:54.064+05:30भाई अम्बरीश और वीनस जी .....दोनों रचनाकारों ने बह...भाई अम्बरीश और वीनस जी .....दोनों रचनाकारों ने बहुत बढ़िया घनाक्षरी छंद लिखा है | रस और अलंकार के साथ-साथ कथ्य भी चमत्कृत करने में सफल हुआ है |<br><br>नवीन जी.... आपका प्रयास अति प्रशंसनीय है |सुरेन्द्र सिंह " झंझट "http://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-27199603509116374102011-07-05T23:36:06.906+05:302011-07-05T23:36:06.906+05:30आदरणीय तिलक राज कपूर जी को सादर समर्पित..............आदरणीय तिलक राज कपूर जी को सादर समर्पित............<br>आप से मिला जो आज नेह गुरू प्रेम भाव,<br>'अरुण' 'मनोज' सभी मन हरषाये हैं.<br>'सलिल' का हाथ शीश, 'तिलक' जी 'योगी' मीत,<br>'धरम' जी हाथ थाम घर फिर लाये हैं.<br>'वीनस' का रंग देख, ग़ज़ल तरंग देख,<br>'शेखर' का ढंग देख, सारे ही लजाये हैं.<br>आशीष जो 'नीरज' का, संगति "नवीनAmbarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-27618977259093219162011-07-05T23:39:33.106+05:302011-07-05T23:39:33.106+05:30भाई सुरेन्द्र जी ! सराहना के लिए हृदय से आभार मित्...भाई सुरेन्द्र जी ! सराहना के लिए हृदय से आभार मित्र|Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.com