tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post6419320762911310186..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: चन्द अशआर - फ़रहत एहसासwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-58119820748396331672015-04-15T09:53:59.554+05:302015-04-15T09:53:59.554+05:30उधर मरहम लगा कर आ रहा हूँ
इधर मरहम लगाने जा रहा हू...उधर मरहम लगा कर आ रहा हूँ<br />इधर मरहम लगाने जा रहा हूँ<br /><br />वाह बेहद उम्दा Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10617116695001104053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-74882038710486377192014-05-12T11:10:42.316+05:302014-05-12T11:10:42.316+05:30बहुत आसान अल्फाज़ मे गहरी बात और नई बात !! फरहत अहस...बहुत आसान अल्फाज़ मे गहरी बात और नई बात !! फरहत अहसास नई ग़ज़ल का एक ज़रूरी नाम हैं जदीद गज़ल के बाद माबादे जदीद गज़ल इस दस्त्ख़त से मुद्दत से बाबस्ता है और तादेर रहेगी !! यह नक़्श ग़ज़ल के पतल पर हर दिन प्रगाढ हो रहा है – सभी शेर बहुत सुन्दर हैं यह बात दीगर है कि बेशतर पहले से पढे हुये हैं –मयंक Mayank Awasthihttps://www.blogger.com/profile/16120430247055660504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-71945711669447147442014-05-06T18:06:26.478+05:302014-05-06T18:06:26.478+05:30जिस के पास आता हूँ उस को जाना होता है
बाकी मैं होत...जिस के पास आता हूँ उस को जाना होता है<br />बाकी मैं होता हूँ और ज़माना होता है<br />इश्क़ में पहला बोसा होता है आगाज़ेहयात<br />दूसरे बोसे के पहले मर जाना होता है............... वाआआआआआआआआआआह ...!! क्या कहने...<br />Urmila Madhavhttps://www.blogger.com/profile/17214194072080791977noreply@blogger.com