tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post5314553183977967008..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: दुनिया की रङ्गीनी - दिगम्बर नासवाwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-61604225852726608162014-04-17T12:59:45.416+05:302014-04-17T12:59:45.416+05:30दिगम्बर नासवा जी इस बेहतरीन शब्दचित्र के लिये दाद ...दिगम्बर नासवा जी इस बेहतरीन शब्दचित्र के लिये दाद हाज़िर है ! काव्य कला कौशल खुल कर बोल रहा है !! बहुत पहले धर्म्युग मे ऐसी स्तरीय कवितायें पढने को मिलती थीं – साधुवाद !! –मयंक Mayank Awasthihttps://www.blogger.com/profile/16120430247055660504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-74184248690164555902014-03-30T22:26:49.525+05:302014-03-30T22:26:49.525+05:30प्रेम की थिरकन हो आँखों में
तो दुनिया रंगीन होती ...प्रेम की थिरकन हो आँखों में <br />तो दुनिया रंगीन होती है .... रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com