tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post4925394311446493450..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: चौथी समस्या पूर्ति - घनाक्षरी - ताड़-सा , खजूर जैसा , आठवें अज़ूबे जैसाwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-58458721470670405052011-06-14T16:48:44.582+05:302011-06-14T16:48:44.582+05:30जै हो .... मज़ा आ गया ... भाई सवर्णकार जी को बधाई ...जै हो .... मज़ा आ गया ... भाई सवर्णकार जी को बधाई ...दिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-65205070204900212812011-06-14T17:01:55.748+05:302011-06-14T17:01:55.748+05:30सारे ही छंद शानदार हैं। हर घनाक्षरी यह बता रही है ...सारे ही छंद शानदार हैं। हर घनाक्षरी यह बता रही है कि राजेन्द्र जी इस विधा में भी किसी से कम नहीं हैं और श्लेष अलंकार वाली घनाक्षरी तो कमाल की है। बहुत बहुत बधाई राजेन्द्र जी को।धर्मेन्द्र कुमार सिंह ‘सज्जन’http://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-69492014686785634932011-06-14T18:04:07.690+05:302011-06-14T18:04:07.690+05:30भाई राजेंद्र जी मन गदगद हो गया..क्या छंद लिखें हैं...भाई राजेंद्र जी मन गदगद हो गया..क्या छंद लिखें हैं आपने...वाह...नारी-नाडी वाले छंद में आपने अपने आपको उस्ताद साबित किया है...मैं तो हमेशा कहता हूँ और कहता रहूँगा के आप माँ सरस्वती के लाडले पुत्र हैं...माँ की कृपा आप पर सदा यूँ ही बनी रहे बस ये ही प्रार्थना करते हैं.<br><br>नीरजनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-11425877955335240672011-06-14T18:52:59.934+05:302011-06-14T18:52:59.934+05:30सभी छंद लाज़वाब..राजेन्द्र जी का कोई ज़वाब नहीं..ह...सभी छंद लाज़वाब..राजेन्द्र जी का कोई ज़वाब नहीं..हार्दिक बधाई और शुभकामनायें..Kailash C Sharmahttp://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-20751433227842655612011-06-14T19:01:57.240+05:302011-06-14T19:01:57.240+05:30भाई राजेन्द्र की घनाक्षरियों का वैशिष्ट्य कथ्य की ...भाई राजेन्द्र की घनाक्षरियों का वैशिष्ट्य कथ्य की मौलिकता, बिम्बों का अनूठापन तथा प्रतीकों का देशज जीवन्तता से जुदा होना है. गति, यति, लय और प्रवाह में वे स्वयं तो इन्हें साध लेंगे किन्तु अन्य जनों को विशेष प्रयास करना होगा. अंतिम घनाक्षरी में शब्द चमत्कार और फिर उसे छंद के बीच में ही सुलझाना असाधारण है. बधाई.आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'http://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-40121582358532866292011-06-14T19:49:15.742+05:302011-06-14T19:49:15.742+05:30सभी छंद लाज़वाबसभी छंद लाज़वाबदिलबाग विर्कhttp://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-42169499518399136452011-06-14T20:29:18.885+05:302011-06-14T20:29:18.885+05:30आनंद आ गया।इन मनभावन छंदों के लिए राजेन्द्र जी को ...आनंद आ गया।<br>इन मनभावन छंदों के लिए राजेन्द्र जी को हृदय से बधाई।<br>शब्दों की शिल्पकारी में राजेन्द्र जी दक्ष हैं।mahendra vermahttp://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-35548064163177882252011-06-14T22:09:28.925+05:302011-06-14T22:09:28.925+05:30शुक्रिया आपका चतुर्वेदीजी जिन राजेन्द्र स्वर्णकार ...शुक्रिया आपका चतुर्वेदीजी जिन राजेन्द्र स्वर्णकार मिलायो ,सोना क्या सुनार को ही उठाय लाये .आप .veerubhaihttp://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-72657646372937791702011-06-14T23:33:02.588+05:302011-06-14T23:33:02.588+05:30राजेन्द्र भाई बहुत ही सुयोग्य एवं प्रतिष्ठित रचनाक...राजेन्द्र भाई बहुत ही सुयोग्य एवं प्रतिष्ठित रचनाकार हैं ! उनकी लेखनी की जितनी प्रशंसा की जाये कम ही होगी ! इतनी सुन्दर पंक्तियों को पढ़ कर आनंद आ गया ! बधाई स्वीकार करें !Sadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-88921480119077318222011-06-15T00:53:06.310+05:302011-06-15T00:53:06.310+05:30आदरणीय वरिष्ठजनों , मित्रों , स्नेहीजनों सादर...<b><i>आदरणीय वरिष्ठजनों , मित्रों , स्नेहीजनों </i></b> <br>सादर प्रणाम ! नमस्कार !<br> <br><b> </b>आप सबके स्नेह , प्रोत्साहन और आशीर्वाद के लिए आभार ! <br><br># पिछले समस्या पूर्ति अंकों में <b>सुरेन्द्र सिंह जी , महेंद्र वर्मा जी , योगराज प्रभाकर जी </b> की शानदार रचनाओं के लिए मेरी ओर से यहीं बहुत बहुत बधाई स्वीकार करने की कृपा करें । <br><b> </b> मेरी माताजी का स्वास्थ्य Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttp://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-85925107572867243182011-06-15T10:15:59.789+05:302011-06-15T10:15:59.789+05:30तीनों ही छंद दिल को भा गए .....बधाई राजेंद्र जी!, ...तीनों ही छंद दिल को भा गए .....बधाई राजेंद्र जी!, बधाई नवीन जी ! सोने के ढेर से हीरा जो तलाशा !Ambarish Srivastavahttp://www.blogger.com/profile/06514999274631808844noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-803088310408345272011-06-15T10:33:08.499+05:302011-06-15T10:33:08.499+05:30//घर-परिवार है साक्षात् स्वर्ग ; स्वर्ग यहत्याग श्...//घर-परिवार है साक्षात् स्वर्ग ; स्वर्ग यह<br>त्याग श्रद्धा स्नेह सहयोग से सजाइए !//<br><br><br>(वाकई दुरुस्त फ़रमाया अपने - घर परिवार से बढ़ कर और स्वर्ग क्या हो सकता है ! इस चरण में को संदेश आपने दिया है - बहुत ही कमाल का है ! वाह वाह वाह !)<br><br><br>//ईर्ष्या [ईरष्या] जलन द्वेष डाह चालबाजियों से<br>निंदा शक़ बैर से , माहौल न बिगाड़िए !//<br><br>(बस बस बस - ये ही वो सब चीज़ें हैं जो घरों की Yograj Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/08110021103580620658noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-25118467419640172552011-06-15T13:29:29.002+05:302011-06-15T13:29:29.002+05:30वाह वाह वाह आनंदम प्रीतम राजेन्द्र जी को हार्दिक ब...वाह वाह वाह आनंदम प्रीतम <br><br>राजेन्द्र जी को हार्दिक बधाई <br><br>तीनो घनाक्षरी छंद बहुत पसंद आयेवीनस केशरीhttp://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-71274657471040154522011-06-15T22:26:43.567+05:302011-06-15T22:26:43.567+05:30राजेन्द्र जी का कोई ज़वाब नहीं, हार्दिक बधाई और शु...राजेन्द्र जी का कोई ज़वाब नहीं, हार्दिक बधाई और शुभकामनायें|Patali-The-Villagehttp://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.com