tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post483507487886581651..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: दूसरी समस्या पूर्ति - दोहा - आचार्य सलिल जी और धर्मेन्द्र कुमार [३-४]www.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-69070417856700971422011-03-04T16:18:47.570+05:302011-03-04T16:18:47.570+05:30सही कहा है नवीन भाई, आचार्य जी तो नित नये सफल प्रय...सही कहा है नवीन भाई, आचार्य जी तो नित नये सफल प्रयोगों के आचार्य हैं। इस बार धर्मेन्द्र जी को भी प्रयोग की हवा लगी। बढ़िया दोहे बन गए हैं इसको थोड़ा बढ़ाकर आधे घंटे की एक वसंत नाटिक लिखनी और खेलनी चाहिये।पूर्णिमा वर्मनhttp://www.blogger.com/profile/06102801846090336855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-13931259057069546562011-03-04T16:51:28.047+05:302011-03-04T16:51:28.047+05:30सुन्दर दोहे ,,,,आचार्य जी और सज्जन जी को बहुत -बहु...सुन्दर दोहे ,,,,आचार्य जी और सज्जन जी को बहुत -बहुत साधुवादसुरेन्द्र सिंह " झंझट "http://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-39074214262577267252011-03-04T19:18:18.689+05:302011-03-04T19:18:18.689+05:30आर्चार्य जी को तो हमेशा नमन ही करती हूँ उम्र से चा...आर्चार्य जी को तो हमेशा नमन ही करती हूँ उम्र से चाहे वो छोटे हों मग्र उनके ग्यान अनुसार सात जन्म भी नही हो सकती।असली दोहे सलिल जी के हैं , माँ शारदे उनकी कलम मे निवास करती है। आगे उनसे सीखते हैं। और धर्मेन्द्र जी की गज़लें शायरी तो कमाल है ही दोहे भी बहुत कमाल के हैं।बधाई धर्मेन्द्र जी को और सलिल जी को। नवीन जी आपका ये प्रयास बहुत अच्छा ;लगा इसे जारी रखियेगा। दोहों के और प्रकार भी बतायें। निर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-5805135384362097202011-03-04T23:54:48.536+05:302011-03-04T23:54:48.536+05:30लाजवाब दोहे पढ़ने को मिल रहे हैं सलिल जी और धर्मेन...लाजवाब दोहे पढ़ने को मिल रहे हैं <br><br>सलिल जी और धर्मेन्द्र जी के दोहे भी खूब पसंद आयेवीनस केशरीhttp://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-10405930396571591012011-03-05T19:23:41.613+05:302011-03-05T19:23:41.613+05:30Achary ji aur Dharmendr bhai ne holi ka asli aanad...Achary ji aur Dharmendr bhai ne holi ka asli aanad udel diya hai in dohon mein ... bahut hi lajawaab ...दिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-54314909263915048172011-03-16T16:11:25.560+05:302011-03-16T16:11:25.560+05:30आचार्य जी ! के दोहों के बारे में कुछ कहना सूर्य को...आचार्य जी ! के दोहों के बारे में कुछ कहना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा होगा. सभी दोहे लाजवाब हैं | धर्मेन्द्र भाई ! आपका प्रयोग कमाल का है , पर ये ट्रेलर जैसा था बहुत शोर्ट , और अधिक दोहे होते तो और आनंद आता |शेखर चतुर्वेदीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-89579330328325845602011-06-20T23:13:14.013+05:302011-06-20T23:13:14.013+05:30पूर्णिमा जी, सुरेन्द्र जी, निर्मला जी, निर्मला जी,...पूर्णिमा जी, सुरेन्द्र जी, निर्मला जी, निर्मला जी, वीनस भाई, दिगंबर नासवा जी और शेखर जी आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद।धर्मेन्द्र कुमार सिंह ‘सज्जन’http://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.com