tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post7550968865365500782..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: सभी से खुल के मिलता हूँ मेरा जज़्बा ही ऐसा है - नवीन www.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-81845021515771867542013-09-10T12:51:36.085+05:302013-09-10T12:51:36.085+05:30कोई भी दौर हो ये सर झुका कर ही रहा लेकिन
किशन को च...कोई भी दौर हो ये सर झुका कर ही रहा लेकिन<br />किशन को चोर कहता है मेरा क़स्बा ही ऐसा है ..<br /><br />सुभान अल्ला ... इस मस्त बहर में लाजवाब शेर पढ़ रहा हूं ओर आनंद ले रहा हूं ... सभी शेवर एक से बढ़ कर एक ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com