tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post3651894453898160372..comments2024-03-22T11:27:03.707+05:30Comments on साहित्यम्: नज़रें लड़ीं जिससे, वही, भैया बता के चल पडीwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-47729338841900681322011-10-26T11:38:43.618+05:302011-10-26T11:38:43.618+05:30आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ!सादरआपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ!<br><br>सादरयशवन्त माथुर (Yashwant Mathur)http://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-86433042202233270582011-10-26T12:14:27.975+05:302011-10-26T12:14:27.975+05:30दिवाली पर इस रोचक प्रस्तुति के लिए बधाई.दिवाली पर इस रोचक प्रस्तुति के लिए बधाई.अभिषेक मिश्रhttp://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-83041792462831008612011-10-26T12:14:27.974+05:302011-10-26T12:14:27.974+05:30वाह ... शेखर जी की हास्य रस ने तो आनंद घोल दिया दि...वाह ... शेखर जी की हास्य रस ने तो आनंद घोल दिया दिवाली के रंगों में ...<br>नवीन जी आपको और समस्त परिवार को दीपावली की मंगल कामनाएंदिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-51465322077663612872011-10-26T13:22:49.035+05:302011-10-26T13:22:49.035+05:30सुंदर छंद ...शेखर जी को बधाई ..."ज्योति-पर्व ...सुंदर छंद ...शेखर जी को बधाई ...<br><br>"ज्योति-पर्व पर हंसी-खुशी की, खूब चलें फुलझडियाँ |<br>मिटें कलुष-तम खिलें हर तरफ,प्रसन्नता की लड़ियाँ | <br>सुख-समृद्धि मिले जीवन में,तन-मन स्वस्थ सबल हो |<br>शुभ-कामना श्याम' देते हैं , जीवन सरल सुफल हो ||"डा. श्याम गुप्तhttp://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-77541323704076436852011-10-26T13:22:49.034+05:302011-10-26T13:22:49.034+05:30nice mitra very good - Madhuramnice mitra very good - MadhuramAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-40773651792235975852011-10-26T13:26:31.677+05:302011-10-26T13:26:31.677+05:30मित्र शेखर - आप पर दादा जी का पूर्ण आशीर्वाद है और...मित्र शेखर - आप पर दादा जी का पूर्ण आशीर्वाद है और ये रचना इस बात का प्रमाण है - आप एसए ही लिखते रहे यही कामना हम आज के पवन पर्व पर प्रभु से करते हैं - सभी मित्रो को शुभ दीवाली - मधुरम चतुर्वेदीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-57246594767791936572011-10-26T13:46:57.330+05:302011-10-26T13:46:57.330+05:30दीपावली के अवसर पर इन छंदों को प्रस्तुत कर इस उत्स...दीपावली के अवसर पर इन छंदों को प्रस्तुत कर इस उत्सव में चार चाँद लगा दिए आपने। इस सुंदर हास्य कविता के लिए शेखर जी को बहुत बहुत बधाईधर्मेन्द्र कुमार सिंह ‘सज्जन’http://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-30115432389551293372011-10-26T16:07:07.058+05:302011-10-26T16:07:07.058+05:30यह पोस्टलेखक के द्वारा निकाल दी गई है.यह पोस्टलेखक के द्वारा निकाल दी गई है.Saurabhhttp://www.blogger.com/profile/01860891071653618058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-4461081323869048992011-10-26T16:21:11.838+05:302011-10-26T16:21:11.838+05:30शेखर चतुर्वेदीजी की छंद रचना का नटखटपन बरबस ही स्म...शेखर चतुर्वेदीजी की छंद रचना का नटखटपन बरबस ही स्मित-स्मित-सुन्दर मुखारविन्द का कारण बना है. ..<br><br>नवीनभाई, कुछ बातें यूनिवर्सल हुआ करती हैं. उनका होना अक्सर के साथ होता रहता हैं. पुरा काल से.. ! <br><br>पुरा काल से यह ’दुर्घटना’ कइयों के हृदय की टीस का कारण होती रही है. देखिये न --<br>केशव के संग अस करी, अरिहु ना जस कराय,<br>चंद्रवदन मृगलोचनी, बाबा कहि-कहि जाय !!!<br>बाबा केशवदास क्या पीड़ितSaurabhhttp://www.blogger.com/profile/01860891071653618058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-65603616712031226312011-10-26T17:42:59.316+05:302011-10-26T17:42:59.316+05:30आपको और समस्त परिवार को दीपावली की मंगल कामनाएं......आपको और समस्त परिवार को दीपावली की मंगल कामनाएं......Sunil Kumarhttp://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-2457622946631350272011-10-27T09:54:08.808+05:302011-10-27T09:54:08.808+05:30फिर-फिर अटकना फिर भटकना ज़िन्दगी की रीत है. विरही ...फिर-फिर अटकना फिर भटकना ज़िन्दगी की रीत है. <br>विरही के स्वर में ही घुले कविता मधुर संगीत है..<br>जो मिल लिए तो हो गया किस्सा ही सारा ख़त्म फिर-<br>आगे बढ़ेगी बात कैसे? हार में भी जीत है..आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'http://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-80882205787914203232011-10-27T12:35:04.636+05:302011-10-27T12:35:04.636+05:30बहुत ही सुन्दर रचना है शेखर जी, किसी भी कविता मैं ...बहुत ही सुन्दर रचना है शेखर जी, किसी भी कविता मैं कवि का भाव उसमें जान लाता है, और यही वो आकर्षण है जो सभी के साथ उसे भी अपनी तरफ खिचता है जो उसकी विषयवस्तु की गहराई को ना भी समझे लेकिन सहज ही गुनगुना सके.......MOHI CHATURVEDIhttp://www.blogger.com/profile/11349325616541013871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-80215202851594244152011-10-27T12:57:26.341+05:302011-10-27T12:57:26.341+05:30विनोदपरक सुन्दर भावाभिव्यक्तिआपको दीपावली,भाईदूज ए...विनोदपरक सुन्दर भावाभिव्यक्ति<br>आपको दीपावली,भाईदूज एवं नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएं !Humanhttp://www.blogger.com/profile/04182968551926537802noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-63935396070502664162011-10-27T13:58:45.371+05:302011-10-27T13:58:45.371+05:30बहुत ही सुन्दर रचना है शेखर जी की ! त्यौहार के उल्...बहुत ही सुन्दर रचना है शेखर जी की ! त्यौहार के उल्लास और आनंद को कई गुणा और बढ़ा गयी ! आप सभी को प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनायें !Sadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-48152237286435786202011-10-27T19:43:05.497+05:302011-10-27T19:43:05.497+05:30बहुत अच्छी रचना बधाई शेखर जी |दीपावली के शुभ अवसर ...बहुत अच्छी रचना बधाई शेखर जी |<br>दीपावली के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |<br>आशाआशाhttp://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-45813481852595625982011-10-28T13:40:39.616+05:302011-10-28T13:40:39.616+05:30वाह ..क्या कहना !वाह ..क्या कहना !सुरेन्द्र सिंह " झंझट "http://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-41900990357775713572011-10-28T21:58:50.235+05:302011-10-28T21:58:50.235+05:30शेखर जी, बहुत शानदार छंद की सर्जना की है आपने। बधा...शेखर जी, बहुत शानदार छंद की सर्जना की है आपने। बधाई और शुभकामनाएं।mahendra vermahttp://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-41813887505944618712011-10-29T19:32:46.531+05:302011-10-29T19:32:46.531+05:30सुन्दर छन्दों के लिये शेखर जी को बधाई। शुभकामनायें...सुन्दर छन्दों के लिये शेखर जी को बधाई। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-58867162745880952122011-11-02T12:40:03.961+05:302011-11-02T12:40:03.961+05:30Sabhi Ka Tahe dil se Aabhar !Kabhi Yahan bhi aayen...Sabhi Ka Tahe dil se Aabhar !<br><br>Kabhi Yahan bhi aayen :<br><br>http://sahitya-varidhi-sudhakar.blogspot.comशेखर चतुर्वेदीhttp://www.blogger.com/profile/03570068972021024352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-61106966148052240052011-11-12T15:00:52.828+05:302011-11-12T15:00:52.828+05:30हास्य से इस शिष्ट पुट ने तथा सीधी सादी भाषा शिली न...हास्य से इस शिष्ट पुट ने तथा सीधी सादी भाषा शिली ने आपकी रचनायों में चार चाँद लगा दिए हैं, मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें शेखर भाई !Yograj Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/08110021103580620658noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4162253741448977385.post-63136247423823117842011-11-17T16:27:02.227+05:302011-11-17T16:27:02.227+05:30जब आठवीं में आ गये, इक, नाजनीं दिल में धँसी|हम हो ...जब आठवीं में आ गये, इक, नाजनीं दिल में धँसी|<br>हम हो गये लट्टू, तभी से, जान आफत में फँसी|२|<br>श्रंगार रस, हास्य की उमंग में पगा हुआ है और पूरी रचना क्या है कि कविता भी है और कहानी भी है --बहुत सुन्दर शेखर भाई !! बहुत सुन्दर !! तबीयत खुश हो गयी !! किसी भी मंच पर लोकप्रिय होगी !! एक आम असफल भारतीय प्रेमी की वेदना और एकपक्षीय प्रेम की चुटीली अभिव्यक्ति !! यशस्वी हों !!!Mayank Awasthihttp://www.blogger.com/profile/16120430247055660504noreply@blogger.com